कविता

तू चाँद है

तुझे पता हैं
तू चाँद है
और
मैं काली रात हूँ
मेरा वजूद
तुझे पूर्ण करता हैं
तू मेरे वजूद का
आशिक तो हैं
पर
अधूरा भी हैं
मेरे बिना …..!!
…रितु शर्मा ..

vvvvvvvvvvvvvvvv

रितु शर्मा

नाम _रितु शर्मा सम्प्रति _शिक्षिका पता _हरिद्वार मन के भावो को उकेरना अच्छा लगता हैं