कविता तू चाँद है रितु शर्मा 17/02/201517/02/2015 तुझे पता हैं तू चाँद है और मैं काली रात हूँ मेरा वजूद तुझे पूर्ण करता हैं तू मेरे वजूद का आशिक तो हैं पर अधूरा भी हैं मेरे बिना …..!! …रितु शर्मा ..