धड़कता है उनका भी दिल ?
उनका भी दिल धड़कता है
क्या मेरे लिए तड़पता है ।
पूंछू तो कैसे ?
मन होता है उनका बेचैन
भींगते हैं आँसुओं से नयन ।
पूंछू तो कैसे ?
वो भी रोती, कभी हंसती हैं
बेवजह मुस्कुराती हैं ।
पूंछू तो कैसे ?
क्या खुद को वो भी भरमाती हैं
दर्द को दिल में दबाती हैं ।
पूंछू तो कैसे ?
रात पहर वो भी जागती हैं
उन्हें मेरी याद सताती है ।
पूंछू तो कैसे ?
अरे ! वो तो मेरी जान हैं
बिन उनके यह जिस्म बेजान है ।
लम्बे इंतज़ार का हैं किनारा
मेरे जीने का सहारा ।
उन्हें बताऊँ तो कैसे ?