गीत : हम ऐसे भीम का मन से सदा सम्मान करते हैं…
जो शोषक वर्ग से, संघर्ष का आहवान करते हैं।
जो अपने कर्म से, मानव हितों का मान करते हैं!
जो हमको दे गए, शिक्षा यहाँ, संघर्ष की बातें,
हम ऐसे भीम का, दिल से सदा सम्मान करते हैं!
अभावों में भी रहकर, ज्ञान का दीपक जलाया है!
दबे, कुचले हुए मानव को, सीने से लगाया है!
जो औरों के लिए अपनी खुशी, प्रदान करते हैं!
हम ऐसे भीम का, मन से सदा सम्मान करते हैं..
महापुरुष लोग जाति की, परिधि में नहीं होते!
महापुरुष लोग हिंसा के, कभी अंकुर नहीं बोते!
महापुरुष लोग देखो “देव” हैं, वंदन के अधिकारी,
महापुरुष लोग सच्चाई के, रस्ते को नहीं खोते!
बड़ा मंगल दिवस है, हम ख़ुशी के गीत गाते हैं।
हम अपने शीश को बाबा, तेरे सम्मुख झुकाते हैं!
जो खुद जलकर भी, औरों का सफर आसान करते हैं!
हम ऐसे भीम का, मन से सदा सम्मान करते हैं!”
……………..चेतन रामकिशन “देव”…………….
( भारत रत्न डॉ.भीम राव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर नमन!)