पञ्च दिवसीय यजुर्वेद पारायण यज्ञ संपन्न
आर्यसमाज नया बाज़ार के पूर्व प्रधान डॉ० आनंद मोहन सक्सेना (नेत्र विशेषज्ञ) जी के सेवानिवृत होने पर ही किसी एक वेद से यज्ञ करने का संकल्प था| ईश्वर की कृपा से दीर्घकाल के उपरांत ३० अप्रैल से ४ मई २०१५ तक बैंक कालोनी, ग्वालियर (म० प्र०) में पञ्च दिवसीय यजुर्वेद परायण यज्ञ का आयोजन हुआ | मुख्य यजमान डॉ ० सक्सेना जी व उनके छोटे भाई डॉ ० विजय मोहन जी थे व प्रतिदिन अन्य लोगो को भी आहुतियाँ देने का अवसर मिलता था | प्रत्येक अध्याय के उपरांत यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य आनंद पुरुषार्थी जी आये हुए मंत्रो की सांकेतिक व्याख्या करते थे | वेदपाठी का दायित्व गुरुकुल की दो स्नातिकाये कु० मनीषा(बिजनौर) व कु० मीनाक्षी (होशंगाबाद)निभाती थी |यजुर्वेद के मंत्रो का तीव्र गति में शुद्ध उच्चारण सुन व देख कर आर्यजनो की प्रसन्नता का पारावार न रहा |
वैसे तो एटा (उत्तरप्रदेश) के पंडित शिवपाल आर्य जी के मधुर भजनोपदेश का लाभ सबको मिलता ही था परन्तु ब्रह्मचारिणी मनीषा जी ने भी प्रतिदिन भजन व उपदेश सुनाये |स्थानीय विद्वान डॉ ० दिवाकर विद्यालंकार जी का भी एक रात्रि सत्र में उपदेश हुआ था |बैंक कॉलोनी में सक्सेना जी की कोठी के सामने ही शिव मंदिर के प्रांगण के पंडाल में प्रात: सायं दो सत्रों में कार्यक्रम होता था |इसके पूर्व भागवत कथा आदि के सत्संग तो कॉलोनी में हुए थे पर वेदोपदेश प्रथम बार ही हुआ | विशेष रूप से रात्रि के प्रत्येक सत्र में आर्य समाजेतर महानुभावो की उपस्थिति बड़ी संख्या में होती थी |उन में वैदिक सिद्धांतो के बारे में स्पष्टीकरण आचार्य श्री अपने उपदेश में करते थे |जिसका काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ा |ग्वालियर के सभी आर्यसमाजो से अधिकारी व सदस्य लोग आते रहे |
अंतिम दिन रात्रि में ऋषि लंगर का कार्यक्रम था जिसमे लगभग ६०० लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया |डॉ आनंद मोहन जी की ७५ वी वर्षगांठ पर यज्ञ की पूर्णाहुति हुई तो उनके पुत्र डॉ ० आशीष सक्सेना के विवाह की वर्षगांठ का भी सुअवसर इस यज्ञ में संयोग वशात प्राप्त हुआ |डॉ ० साहब ने कहा कि इस बार मैंने व्यक्तिगत प्रयत्न से पारायण यज्ञ करने का यत्न किया है पर आगे आप सभी यदि यथोचित सहयोग देवें तो इसे और भी बृहत् स्तर पर आयोजित किया जा सकता है उनके दूर दूर से आये हुए सम्बन्धियों ने इसे स्वीकार किया |अंत में डॉ ० साहब ने सभी का धन्यवाद किया |
डॉक्टर आनंद मोहन सक्सेना जी को हार्दिक बधाई। समाचार पढ़कर ह्रदय उल्लसित हुआ। ईश्वर यजमानो एवं यज्ञ में भाग लेने वालें बंधुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी करें।
अच्छा समाचार !