ताजी खबर : ताजी कुंडलिया
हमला जो छुपकर किए, सभी बड़े हैरान।
मौत हुई है बीस की, घायल और जवान।
घायल और जवान, उग्रवादी क्या चाहें।
आखिर करें विकास, भला क्यों रोके राहेँ।
कह ‘पूतू’ कविराय, हृदय में अटका जुमला।
कहाँ मिलें हथियार, भयंकर कितना हमला॥
हमला जो छुपकर किए, सभी बड़े हैरान।
मौत हुई है बीस की, घायल और जवान।
घायल और जवान, उग्रवादी क्या चाहें।
आखिर करें विकास, भला क्यों रोके राहेँ।
कह ‘पूतू’ कविराय, हृदय में अटका जुमला।
कहाँ मिलें हथियार, भयंकर कितना हमला॥
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अच्छी कुंडलिया .