राजनीति

मोदी सरकार की ऐतिहासिक पहल तीन योजनायें

विगत नौ मई को कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन तीन योजनाओं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना को जनता व देश को समर्पित किया था उस समय स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री अरूण जेटली को भी यह विश्वास नहीं होगा कि ये योजनायें देश में किस कदर लोकप्रिय हो जायेंगी। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत बिना बैंलेंस के खाता खुलवाने और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ’ योजना के अंतर्गत ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ तो बहुत अधिक लोकप्रिय हो रही है। आज इन योजनाओं की लोकप्रियता का आलम यह है कि इन योजनाओं के बारे में अल्प आय वर्ग का हो या फिर मध्यम आय वर्ग का या फिर हिंदू हो या फिर मुसलमान या फिर किसी अन्य समुदाय या समाज का हर व्यक्ति इन योजनाओं को लेने के लिए आकर्षित हो रहा है।

मुस्लिम परिवारों में भी इन योजनाओं के प्रति खासा आकर्षण देखा जा रहा है। देश के मुस्लिम परिवार जिनके परिवारों में दो बेटियां व उससे अधिक भी हैं तो ऐसे लोगों को डाकघरों में योजना का आवेदन पत्र लेने के लिए आतुर होते देखा जा सकता है। आम जनता में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। आम समझदार लोग इन योजनाओं के बारे में स्वयं प्रेरित होकर बता रहे हैं व उनको आवेदन फार्म आदि देकर अन्य लोगों को भी लाभान्वित कर रहे हैं। योजना की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सरकार अब समाचारपत्रों में भी इन आवेदन फार्मों को छपवा रही है। यह योजनायें एक प्रकार से मोदी सरकार व भाजपा के पक्ष में एक शांत माहौल भी बना रही हैं। भाजपा के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती हैं।
यह बात अवश्य है कि सरकार को अभी इन योजनओं की लोकप्रियता को और अधिक बढ़ाने के लिए अभी कुछ और उपाय करने होंगे।

वित्तमंत्री को एक सुझाव यह है कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना में कुछ और लचीलापन लाया जाये। इसमें अंतिम धनराशि सीमा 25 हजार निर्धारित है जिसे समाप्त किया जाना चाहिये। इस योजना में जनता को ट्रांजेक्शन की जानकारी नहीं है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में बैंकों में कार्यशालाओं का आयोजन व उसी समय सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा सकती है।

यह बात अलग है कि उत्तर प्रदेश भाजपा ने अपने प्रदेश कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी देने व लोगों को आवेदन फार्म देने व भरवाने के लिए शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में सैकड़ों लोगों ने आवेदन फार्म लिया व जानकारी हासिल की, साथ ही कई लोगों ने फार्म भी भरे। यहां पर भी लोगों का उत्साह देखने लायक था। यहां पर व बैंकों आदि में लोगों को यह कहते सुना जा रहा है कि इतनी बढ़िया योजनायें अभी तक कोई सरकार नहीं ला सकी। यह पीएम मोदी का 56 इंच का सीना है जो मात्र 12 रूपये में सुरक्षा बीमा योजना दे रहा है। साथ ही मध्यम व अल्प आय वर्ग के लोगों को इस बात की बेहद खुशी हो रही हे कि यदि उन्हें कुछ हो जाता है तो उसके बाद उनके परिवार के सदस्यों को कुछ न कुछ अवश्य मिलेगा। इन योजनाओं की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो लाख रूपये कवर वाली सुरक्षा बीमा योजना व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अब तक लगभग दस करोड़ से कुछ अधिक लोग इससे जुड़ चुके हैं। अटल पेंशन योजना के प्रति भी जनता में आकर्षण है, लेकिन इसमें अंतिम उम्र सीमा यदि लगभग पचास वर्ष कर दी जाये तो यह और भी अधिक लोकप्रिय हो जायेगी। वैसे भी अब जनता को यह भी विश्वास हो रहा है कि अभी मोदी सरकार के पिटारे में से कई और योजनायें साकार रूप ले रही हैं व लेने वाली हैं अतः इन सभी योजनाओं के बल पर कम से कम भविष्य तो अच्छा हो ही जायेगा।

दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में गैस सब्सिडी योजना के अंतर्गत लोगों के खाते में जहां गैस सब्सिडी की रकम पहुंचने लग गयी है वहीं कुछ सीमा तक गैस की सब्सिडी की बर्बादी व कालाबाजारी पर कुछ सीमा तक रोकथाम भी हुई है। यदि यह गैस सब्सिडी योजना थोड़ा और अधिक प्रभावी ढंग से लागू की जाये तो गैस के क्षेत्र में व्याप्त हर प्रकार के भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी। पीएम मोदी व पेट्रोलियम मंत्री ने दिखा दिया है कि यदि आप में इच्छाशक्ति है तो किसी भी कठिन योजना को देशहित में उचित तरीके से लागू करके दिखाया जा सकता है। यह बात सही है कि गैस सब्सिडी योजना पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार लेकर आयी थी लेकिन आज उसको लागू करने का श्रेय तो पीएम मोदी की ही सरकार को जाता है।

सरकार की अटल पेंशन योजना की कुछ प्रमुख विशेषता भी है। इस योजना से जुड़ने वाले ग्राहक को 60 वर्ष की आयु के बाद उनकी जमा राशि के अनुरूप प्रति माह एक हजार, तीन हजार व पांच हजार रूपये की पेंशन प्राप्त होगी। सरकार भी इस योजना में शामिल होने वाले उपभोक्ताओं की ओर से जमा की जाने वाली राशि का 50 प्रतिशत हिस्सा अथवा 1000 रूपये प्रतिवर्ष उसके खाते में पांच साल तक जमा करायेगी। सरकार यह सुविधा उन्हीं उपभोक्ताओं को देगी जो 31 दिसम्बर 2015 तक इस राष्ट्रीय पेंशन योजना में शामिल होंगे। इसी प्रकार जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत उपभोक्ता को दो लाख रूपये की वार्षिक बीमा योजना केवल 330 रूपये सालाना देना होगा। यह योजना 18 से 50 वर्ष तक के लोगों के लिए उपलब्ध है जिनके पास अपना बैंक खाता उपलब्ध है।

मोदी सरकार की यह सभी योजनायें बैकिंग के क्षेत्र में एक नया आकर्षण पैदा कर रही हैं। अभी तक देश की जनता व साधारण जनमानस में यह भावना पदा हो रही थी कि बैंकें केवल अमीरों के लिए काम करती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की और शहरों की भी भोली-भाली जनता को यह तक नहीं पता था कि बैंक खाता कैसे खुलवाया जाता है।

मृत्युंजय दीक्षित

One thought on “मोदी सरकार की ऐतिहासिक पहल तीन योजनायें

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छा लेख. ये तीनों चरों योजनायें अत्यंत गरीब नागरिकों को भी सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण प्रयास हैं. इनको सफल होना ही था, क्योंकि ये सीधे समस्या की जड़ पर प्रहार करती हैं.

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