कब्र में
ज़िन्दगी के दरवाजे पर
हलचल कर रही है मौत
अन्त समय में ठंडक
कुछ ज़्यादा ही सता रही है मुझे
समेंटकर रख लूँ इसे।
सुना है —
कब्र में बड़ी गर्मी पड़ती है
तब शायद ये कुछ काम आये मेरे।
— अमन चांदपुरी
(सत्य प्रकाश यादव भाई को समर्पित, जिन्होनें इतना खूबसूरत विचार दिया।)