बाल कविता

पर्यावरण स्वच्छ बनाओ।

वृक्षों से धरती सजाओ,
पर्यावरण स्वच्छ बनाओ।
इधर-उधर कूड़ा मत फैंको,
धरती का कण-कण महकाओ॥
पोलीथीन से नाता तोड़ो,
जूट के बैग सब अपनाओ।
वाहन कम से कम चलाओ,
धुंए से सबको बचाओ।

आओ सब मिल पेड़ लगाएँ,
पर्यावरण स्वच्छ बनाएं।
अपनी प्यारी  धरती माँ को,
हम प्रदूषण मुक्त बनाएं॥

— सुरेखा शर्मा

सुरेखा शर्मा

सुरेखा शर्मा(पूर्व हिन्दी/संस्कृत विभाग) एम.ए.बी.एड.(हिन्दी साहित्य) ६३९/१०-ए सेक्टर गुडगाँव-१२२००१. email. [email protected]

One thought on “पर्यावरण स्वच्छ बनाओ।

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी बाल कविता।

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