माँ
माँ तू ही है जन्म दाता,
तेरे बिना जीवन खटकाता।
हाथ पकड़कर चलना सिखाया,
गीले बिस्तर से सूखे में सुलाया।
पढाई में मदद करके महान बनाया,
सबने तेरे रुप में ही खुदा पाया।
अंधेरी रात में लोरी देकर दुःख को दूर भगाया,
निंद्रा के सपनो को दुनिया में तूने दिखाया।
जब मैं रोया तो तेरी आँख में आँसू आए,
जब हँसा फिर भी तेरी आँख में आँसू आए!
मंजिल का रास्ता मैं भूल गया था,
उसे तू ने ही पार लगाया।।
माँ तो ही है जन्म दाता…
© Mayur Jasvani
अच्छे भाव ! माँ से बड़ा संसार में कोई नहीं है।