आदत
हमे आदत है मुस्कुराने की ,
पर वो क्या जाने ,
दर्द है मेरे सीने में ,
लेकिन हँसी है लबों पर ,
इस हंसी की कीमत तो नहीं ,
पर जिंदगी जीने का ,
नया एहसास है मेरा
— निवेदिता चतुर्वेदी
हमे आदत है मुस्कुराने की ,
पर वो क्या जाने ,
दर्द है मेरे सीने में ,
लेकिन हँसी है लबों पर ,
इस हंसी की कीमत तो नहीं ,
पर जिंदगी जीने का ,
नया एहसास है मेरा
— निवेदिता चतुर्वेदी
Comments are closed.
बहुत सुंदर कविता।
धन्यवाद श्रीमान जी।