जय जनतंत्र हमारा
शत-शत वंदन अंतस तल से
जय जनतंत्र हमारा
अभिमान पुंज, अधिकार प्रदाता
पावन पूजित गंगा
दीप्त, सुशोभित वैश्विक पटपर
गौरव’पूर्ण तिरंगा
दिनकर वर बरसाता, हिमकर नेह लुटाता
कल-कल वैदिक धारा
शत-शत वंदन भारत माँ का
जय जनतंत्र हमारा
जय हो, जय हो, जय हो
जन-गण की जय हो