माँ को नमन
“काश मुझसे भी कोई ऐसा जतन हो जाये
कि मेरे प्यारे वतन का मन मगन हो जाये
सर झुका दूँ मैं भारत की पावन माटी पर
फिर देश की हर माँ को नमन हो जाये…!
वन्देमातरम् जय हिन्द जय माँ भारती।
(:: नीरज पान्डेय ::)
“काश मुझसे भी कोई ऐसा जतन हो जाये
कि मेरे प्यारे वतन का मन मगन हो जाये
सर झुका दूँ मैं भारत की पावन माटी पर
फिर देश की हर माँ को नमन हो जाये…!
वन्देमातरम् जय हिन्द जय माँ भारती।
(:: नीरज पान्डेय ::)
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अच्छा मुक्तक !