गीत/नवगीत

गीत : तुम देश का संबल बनो

नव पीढी तुम इस देश का संबल बनो

माहौल कीचड़ है तो क्या तुम कमल बनो

जो जलना चाहता है उसके लिए अंगार बनो

चैन-सुकूं जो चाहे उसके लिए जलधार बनो

चंड-प्रचंड ज्वाला कहीं, कहीं गंगाजल बनो

नव पीढी तुम …….

माहौल कीचड़ ……..

वतन की खुशहाली तेरी आँखों का सपन हो

दिल में हो वतन परस्ती,सर पर कफ़न हो

हर क़दम हो दृढ़ता भरा,कभी न विचल बनो

नव पीढी तुम ……

माहौल कीचड़ ……..

तोड़ दो उन हाथों को जो छीनते ग़रीब का निवाला

वतन से जो करते ग़द्दारी, कर दो उनका मुंह काला

अमा की इस रात को परास्त कर, तुम चांदनी धवल बनो

नव पीढी तुम ………

माहौल कीचड़ …….

जाति-धर्म की मानसिकता से तुम्हे उबरना होगा

मन में सिर्फ़ एकता-अखंडता का भाव भरना होगा

आज़ादी के इस खेत में प्रेम भाईचारे की फसल बनो

नव पीढी तुम …….

माहौल कीचड़ …..

अधिकारों के मद में अपने कर्तव्यों को मत भूलो

उड़ान हौसलों की ऐसी हो कि हर बार गगन छूलो

सारी सृष्टि नत-मस्तक हो जाये,तुम इतने मुकम्मल बनो

नव पीढी तुम …..

माहौल कीचड़ है ……..

मेरी पुस्तक “एक कोशिश रोशनी की ओर से

आशा पाण्डेय ओझा

जन्म स्थान ओसियां( जोधपुर ) जन्मतिथि 25/10/1970 पिता : श्री शिवचंद ओझा शिक्षा :एम .ए (हिंदी साहित्य )एल एल .बी। जय नारायण व्यास विश्व विद्यालया ,जोधपुर (राज .) प्रकाशित कृतियां 1. दो बूंद समुद्र के नाम 2. एक कोशिश रोशनी की ओर (काव्य ) 3. त्रिसुगंधि (सम्पादन ) 4 ज़र्रे-ज़र्रे में वो है शीघ्र प्रकाश्य 1. वजूद की तलाश (संपादन ) 2. वक्त की शाख से ( काव्य ) 3. पांखी (हाइकु संग्रह ) देश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं व इ पत्रिकाओं में कविताएं ,मुक्तक ,ग़ज़ल,क़तआत ,दोहा,हाइकु,कहानी , व्यंग समीक्षा ,आलेख ,निंबंध ,शोधपत्र निरंतर प्रकाशित सम्मान -पुरस्कार :- कवि तेज पुरस्कार जैसलमेर ,राजकुमारी रत्नावती पुरस्कार जैसलमेर ,महाराजा कृष्णचन्द्र जैन स्मृति सम्मान एवं पुरस्कारपूर्वोत्तर हिंदी अकादमी शिलांग (मेघालय ) साहित्य साधना समिति पाली एवंराजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा अभिनंदन ,वीर दुर्गादास राठौड़साहित्य सम्मान जोधपुर ,पांचवे अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मलेनताशकंद में सहभागिता एवं सृजन श्री सम्मान,प्रेस मित्र क्लब बीकानेरराजस्थान द्वारा अभिनंदन ,मारवाड़ी युवा मंच श्रीगंगानगर राजस्थान द्वारा अभिनंदन , संत कविसुंदरदास राष्ट्रीय सम्मान समारोह समिति भीलवाड़ा राजस्थान द्वारासाहित्य श्री सम्मान ,सरस्वती सिंह स्मृति सम्मान पूर्वोत्तर हिंदीअकादमी शिलांग मेघालय ,अंतराष्ट्रीय साहित्यकला मंच मुरादाबाद केसत्ताईसवें अंतराष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मलेन काठमांडू नेपाल मेंसहभागिता एवं हरिशंकर पाण्डेय साहित्य भूषण सम्मान ,राजस्थान साहित्यकारपरिषद कांकरोली राजस्थान द्वारा अभिनंदन ,श्री नर्मदेश्वर सन्यास आश्रमपरमार्थ ट्रस्ट एवं सर्व धर्म मैत्री संघ अजमेर राजस्थान के संयुक्ततत्वावधान में अभी अभिनंदन ,राष्ट्रीय साहित्य कला एवं संस्कृति परिषद्हल्दीघाटी द्वारा काव्य शिरोमणि सम्मान ,राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुरएवं साहित्य साधना समिति पाली राजस्थान द्वारा पुन: सितम्बर २०१३ मेंअभिनंदन सलिला संस्था सलुम्बर द्वारा सलिला साहित्य रत्न सम्मान 2014 रूचि :लेखन,पठन,फोटोग्राफी,पेंटिंग,पर्यटन संपर्क : 07597199995 /09414495867 E mail I D [email protected] ब्लॉग ashapandeyojha.blogspot.com पृष्ठ _आशा का आंगन एवं Asha pandey ojha _ sahityakar

One thought on “गीत : तुम देश का संबल बनो

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छा गीत !

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