सामाजिक

अब उनकी अवकात बताना होगा

देश के दुश्मनो को अब हमे उनका औकात दिखाना होगा,
हर शख्स को अब खुद को ही फौलाद बनाना होगा,

अब एक आखिर दौर बची है यारो उठालो अपना हथियार,
वरना बाकी के उम्र पछताप में ही बिताना होगा,

कब तक लूटते हुए देखेंगे हम अपने वतन को,
अब हम सब को खुद ही हथियार चलना होगा,

ये नेता तो बेच आये है अपना ज़मीर और ये वतन,
अपने वतन की इज़्ज़त अब हमे खुद ही बचाना होगा,

इस अभियान में चाहे हमे मौत क्यु ना आ जाए दोस्तों,
अपने वतन के खातिर अब हमे अपने
वतन के दुश्मनो का नामो निशान मिटाना होगा.

बहुत खेल लिए अब लुका छुपी का खेल अब आमना सामना होगा,
देश के दुश्मनो को अब हमे उनका औकात दिखाना होगा,

अखिलेश पाण्डेय

नाम - अखिलेश पाण्डेय, मैं जिला गोपालगंज (बिहार) में स्थित एक छोटे से गांव मलपुरा का निवासी हु , मेरा जन्म (23/04/1993) पच्छिम बंगाल के नार्थ चोबीस परगना जिले के जगतदल में हुआ. मैंने अपनी पढाई वही से पूरी की. मोबाइल नंबर - 8468867248 ईमेल आईडी [email protected] [email protected] Website -http://pandeyjishyari.weebly.com/blog/1