तीज पर्व
सावन का हरित महीना जब प्रकृति ने धानी चुन री ओढ़ी होती है। तभी अपने देश के विभिन्न क्षेत्रो में तीज पर्व का महोत्सव मनाया जाता है शायद। प्रकृति के संग रंगने को हमारा भी तन-मन उमंगित हो जाता है और प्रकृति पर्याय अर्थात् स्त्री जी हाँ, वह भी लगभग पूरे सावन भर हरे-भरे रंग के वस्त्रों को ही पहनना पसंद करतीं हैं।
तीज तीवाराँ बावड़ी
मेहँदी भरे हाथों की खनक तथा सुमधुर ध्वनि के साथ छनकती चूड़ियाँ माहौल को संगीतमय बना देती हैं।
हरियाली तीज की सभी बहनों – सखियों को मेरी हार्दिक शुभकामनायें।
शुभकामनायें