गणेश चतुर्थी
भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी ही गणेश चतुर्थी कहलाती है। बुद्धि और सिद्धि के दाता श्री गणेशजी महाराज पधारो।
श्री गणेशजी विघ्न विनाशक हैं। इन्हें देवसमाज में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। भगवान श्री गणेश रिद्धि-सिद्धि के दाता देवताओं के भी देव हैं। प्रथम पूज्य गणेश मनुष्य तो क्या देवताओं के भी कार्य सिद्ध करने के लिए आदि, अनंत, अखंड, अद्वैत, अभेद, सुभेद जिनको वेदों ने, ऋषियों ने, संतों ने, प्रखंड विद्वानों ने “प्रथम पूज्य” बताया है। वे सभी देवताओं में प्रथम पूज्य रहे हैं और रहेंगे। मोदक-प्रिय, मुद-मंगल-दाता, विद्या-वारिधि बुद्धि विधाता गणेशजी महाराज को स्वाति नक्षत्र परिवार का बारम्बार प्रणाम!
प्रथम पूज्य देवों में हो सब ले तेरा नाम, ओ गणपति देवा!