काव्या की मासिक गोष्ठी
5 सितम्बर, लखनऊ के सुप्रसिद्ध काव्या समूह की मासिक गोष्ठी गोमती नगर कार्यालय पर हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुई। गोष्ठी का आरम्भ समूह की संस्थापक निवेदिता श्रीवास्तव जी ने “गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूँ पाँव” से किया। जीवन में प्रथम अवसर जब शिक्षक दिवस व कृष्ण जन्माष्टमी एक साथ होने से इस दोहे का मर्म समझा, दुर्लभ संयोग बताया। गोष्ठी की अध्यक्षता लखनऊ विश्व विद्यालय की सुश्री ऊषा श्रीवास्तव जी ने,संचालन मनोज शुक्ल जी ने व सरस्वती वंदना आभा खरे जी ने की।
प्रथम सत्र में लघुकथा व द्वितीय सत्र में कविता पाठ हुआ जिसमें आदरणीय डॉ निर्मला सिंह जी,कहानीकार अलका प्रमोद, निकट की सह सम्पादक प्रज्ञा पाण्डेय, दिव्या शुक्ल जी,प्रदीप कुशवाहा जी,कुन्ती मुखर्जी जी,शरदेंदु मुखर्जी जी,विजय पुष्पम जी,विजय राज जी,प्रकाश श्रीवास्तव जी, प्रीति श्रीवास्तव जी,साजिदा सबा जी,अजीत शेखर जी, पप्पू लखनवी आदि ने शिरकत किया।
गोष्ठी की विशेषता यह रही कि समापन, कान्हा, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, समूह सदस्य विजय राज का जन्मदिन केक काटकरमनाते हुए किया गया।