अधूरी कहानी: अध्याय-29: कुछ दिन पहले
कुछ दिन पहले दिल्ली की एक स्नेहा नाम की लड़की की दोस्ती जयपुर के एक समीर नाम के लड़के से फेसबुक पर हुई वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन चुके थे इनकी बातें दिन पर दिन बढ़ते चली जा रही थी और कब ये दोस्ती प्यार में बदल गयी पता ही नहीं चला।
एक दिन दो दोस्त एंथोनी सिन्हा और रणवीर गुप्ता कम्प्यूटर पर बैठे थे तब रणवीर बोला यार एंथोनी तू दिनभर समीर और स्नेहा की चैटिंग पढ़ता रहता है तेरा कुछ और काम नहीं है क्या तब एंथोनी बोला यार रणवीर हमारे पिस बहुत पैसा आ सकता है अगर तू मेरा साथ दे तो रणवीर ने पूछा कैसे एंथोनी बोला अगर हम समीर तथा स्नेहा की आई डी हैग कर लें तो हमारा काम बॅ सकता है तब रणवीर बोला मरवायेगा क्या तब एंथोनी बोला कुछ नहीं होगा तुझे वस मेरा साथ देना होगा तब रणवीर ने हाॅ कर दी।
एंथोनी लगातार पन्द्रह घंटे कम्प्यूटर पर बैठा रहा तथा रात को करीब दो बजे जोर से चिल्लाया यस्स् तभी रणवीर चौक कर उठ गया और बोला साले खुद तो तुझे नींद नहीं आती कम से कम मुझे तो सोने दे तभी एंथोनी बोला हमारा एक काम हो गया है मतलब समीर की आई डी हैक हो गयी है अब बस स्नेहा की आई डी बची है तब रणवीर बोला तु कुछ भी कर यार पर मुझे सोने दे फिर रणवीर कानों में रूई लगाकर सो गया।
एंथोनी लगातार स्नेहा की आई डी हैक करने में लगा रहा आखिर दो दिन में उसने स्नेहा की आई डी भी हैक कर ली।
फिर स्नेहा एक दिन समीर से मिलने गयी तब एंथोनी ने पहले से ही प्लान बना लिया था और जब स्नेहा समीर से जेब्रा ब्रिज पर मिलने वाली थी तब एंथोनी और रणवीर पहले से ही वहां पहुच गये थे और दोनों की फोटो कैमरे में कैद करने लगे थे फिर समीर और स्नेहा होटल आये तब एंथोनी और रणवीर इनका पीछा करते-करते होटल तक तथा फिर कमरे तक पहुँचे स्नेहा व समीर कमरे के अंदर चले गये तथा कमरा अंदर से बंद कर लिया तब रणवीर बोल अब कैसे होगा तभी एंथोनी बोला अभी तू देखते रह और एंथोनी दरवाजे में सुराग ढूंढने लगा एंथोनी को एक बहुत छोटा सुराग दिखा जिसमें मात्र एक पतला तार जा सकता था एंथोनी ने एक बहुत पतले तार में आगे की तरफ एक छोटा सा कैमरा लगाया और उसे दरवाजे के सुराग से अंदर डाल दिया और तार का दूसरा सिरा डिजीटल कैमरे से जोड़ा और फिर समीर और स्नेहा की फोटो सूट करने लगे और फिर वहां किसी को सक ने से पहले निकल गये।