प्रीत की रीत लिखुँगी
“आज मै प्रीत की रीत लिखुँगी
दो दिलों के मिलन का
गीत लिखुँगी
उस कोरे कागज पर
दिल के जज्बात लिखुँगी
बॉध दुँगी मोहब्बत को
अपने उन शब्दो में
जिन शब्दो में
तुम्हे पाती भेजी थी”
निवेदिता चतुर्वेदी
“आज मै प्रीत की रीत लिखुँगी
दो दिलों के मिलन का
गीत लिखुँगी
उस कोरे कागज पर
दिल के जज्बात लिखुँगी
बॉध दुँगी मोहब्बत को
अपने उन शब्दो में
जिन शब्दो में
तुम्हे पाती भेजी थी”
निवेदिता चतुर्वेदी