कविता

कविता : गांव और शहर  

एक शहर
कई गांव हो सकते हैं
लेकिन एक गांव
शहर नहीं हो सकता
गांव में
संस्कृत है
संस्कृति है
शहर सुसज्जित है
सज्जनों से,
गांव में
भूखे नंगे हैं
लेकिन कहीं बेहतर हैं
शहरी नंगो से….
पंकज कुमार साह 

पंकज कुमार साह

पंकज कुमार साह जन्म तिथि-- 5 अक्टूबर 1987 शिक्षा-- एम.ए. बी.एड संप्रति-- अध्यापन संपर्क-- रसिकपुर नागडीह दुमका -814101 ( झारखंड) मोबाईल- 9835930691