कविता कविता : पत्थर का पत्थर होना पंकज कुमार साह 01/12/201530/11/2015 पत्थर का पत्थर होना दुनिया मे सबसे जिद्दी होना साबित करता है भले ही आप उसके कितने ही टुकड़े कर दो वह अपनी अकड़ नहीं छोड़ता पत्थर ही रहता है… ——— पंकज कुमार साह