कविता

दिल के हर कोने में बसते हैं वो

दिल के हर कोने में बसते हैं वो
आँखों के अश्कों में भी सजते हैं वो
जाने किन जन्मों का नाता है
मेरा दिल समझ न पाता है
क्यों इतना प्यार मुझसे करते हैं वो
दिल के हर कोने में बसते हैं वो
आँखों के अश्कों में भी सजते हैं वो

खुश होते हैं वो
तो सारी दुनिया खुशनुमा लगती है
रूठते हैं वो
तो जिंदगी भी बोझ लगती है
जिंदगी जीने का सबब बन चुके वो
दिल के हर कोने में बसते हैं वो
आँखों के अश्कों में भी सजते हैं वो

इसे प्यार कहूँ या कुछ और
हम तो उनका
दिल से सजदा करते हैं
उनकी भावनाओं का ह्रदय से नमन करते हैं
बहते अश्कों की रवानी हैं वो
दिल के हर कोने में बसते हैं वो
आँखों के अश्कों में भी सजते हैं वो

महेश कुमार माटा

नाम: महेश कुमार माटा निवास : RZ 48 SOUTH EXT PART 3, UTTAM NAGAR WEST, NEW DELHI 110059 कार्यालय:- Delhi District Court, Posted as "Judicial Assistant". मोबाइल: 09711782028 इ मेल :- [email protected]