गीतिका
तुम इतना जो चिल्ला रहे हो
क्या डर है जिसको दबा रहे हो
हाथो में सबूत दिखाते थे सबको
अब क्यों ना उसको दिखा रहे हो
अभी तो पहली रेड पड़ी है
तुम अभी से क्यों घबरा रहे हो
कितने भ्रष्ट अफसर है तेरे
पर तुम उन्हें भी बचा रहे हो
जबाब नहीं देते हो सीधे
आरोप सब पर लगा रहे हो
— मनोज “मोजू”