नये वर्ष का आज स्वागत हुआ है
नये वर्ष का आज स्वागत हुआ है,
सूरज भी आज बादलों में ओझल हुआ है,
नये वर्ष के स्वागत में कई चेहरों का मुस्कुराना हुआ है,
राग, द्वेष को छोड़ सबका मिलन हुआ है,
प्रकृति ने भी सर्दी का कहर बरसाया हुआ है,
ओस और घना कोहरा स्वागत में छाया हुआ है,
देर रात से बारिष का बरसना प्रारम्भ हुआ है,
पुरे वर्ष के मौसम का एक दिन में ही लागु करना हुआ है,
लोग छूपे हुए है, सुनसान सड़के है नया वर्ष प्रारम्भ हुआ है,
पंछी नई उड़ान भर रहे है तो सागर बर्फ से जमा हुआ है,
पंछी का चहकना हुआ है तो बच्चों का खिलखिलाना हुआ है,
बगीचे से फुलो की महक आई है तो रसोईघर में हलवे का निर्माण हुआ है,
दोस्तों नये वर्ष का आगमन हुआ है,
भुले दोस्तों को याद करने का बहाना आज मिला हुआ है,
सबकी खुशी का आज नया अन्दाज हुआ है,
नये वर्ष की दस्तक के साथ नये संकल्पों का प्रार्दूभाव हुआ है,
नये वर्ष का आज स्वागत हुआ है,
सूरज भी आज बादलों में ओझल हुआ है,