कविता – ‘नया साल’
क्या बताऊँ मेरा क्या हाल है,
मेरा दिल अब तो बेहाल है।
अब तो सिर्फ इम्तहान का सवाल है,
क्योंकि आने वाला इक नया साल है।।
नये साल आयेंगे, नये यार आयेंगे,
आकर दिल बहलायेंगे, फिर भी पुराने याद आयेंगे।
हम सब मिलकर, गमों को भुलायेंगे,
कुछ याद आयेंगे, कुछ याद रह जायेंगे।।
कुछ पल आयेंगे, कुछ पल जायेंगे,
कभी वो हंसायेंगे, कभी वो रूलायेंगे।
साल आते रहेंगे, साल जाते रहेंगे,
खुसियाँ लाते रहेंगे, गम भुलाते रहेंगे।।
प्यार का अहसास, दिलाते रहेंगे,
वादा ये अपना, निभाते रहेंगे।
प्यार मे दिल अपना, बिछाते रहेंगे,
जब तक दुनिया रही, याद आते रहेंगे।।
— बी.के. गुप्ता ‘हिन्द’
मो. 9755933943