अम्बेडकर महासभा में मोदी दौरे पर टिकी दलितों की निगाहें
लखनऊ,19 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजधानी लखनऊ स्थित अम्बेडकर महासभा के कार्यालय में 22 जनवरी के आगमन पर देशभर के दलितों की निगाहें टिकी हैं। अम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष डा. निर्मल प्रसाद ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि डा. अम्बेडकर ने दलितों को सामाजिक और राजनैतिक आजादी दिलायी। उसके बाद कारवां वहीं रूक गया। आज जो दलितों को आर्थिक आजादी दिलायेगा वही दलितों का असली राम होगा।
डा. निर्मल ने कहा कि हर क्षेत्र में दलितों को भागीदारी मिलनी चाहिए। वर्तमान में निजी क्षेत्र और न्यायपालिका हम नगण्य हैं। इसलिए इन दोनों क्षेत्रों में आरक्षण की जरूरत है। उक्त कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम केवल डा. बी.आर. अम्बेडकर की अस्थियों और बोधिवृक्ष के दर्शन और पुष्पांजलि का कार्यक्रम तय है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस असवर पर शिक्षा,चिकित्सा और साहित्य से जुड़े लोगों को सम्मानित भी करेंगे।
अम्बेडकर महासभा में क्या है खास?
अम्बेडकर महासभा के कार्यालय में डा.भीमराव अम्बेडकर की अस्थियां रखी गयी हैं। डा. अम्बेडकर की अस्थियां देशभर में केवल तीन स्थानों पर महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश और लखनऊ में ही रखी हैं। इसके अलावा यहां पर भगवान बुद्ध द्वारा रोपा गया बोधिवृक्ष है। इसके अलावा डा. अम्बेडकर की पत्नी सविता अम्बेडकर का लखनऊ से खास लगाव था। भारतरत्न का पुरस्कार लेने सविता अम्बेडकर लखनऊ से ही दिल्ली गयी थी।
अम्बेडकर महासभा में आने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे मोदी
वैसे तो लखनऊ स्थित अम्बेडकर महासभा के कार्यालय में कई नामचीन हस्तियों ने उपस्थिती दर्ज कराई है। लेकिन प्रधानमंत्री के तौर में नरेन्द्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री जो अम्बेडकर महासभा के कार्यालय आ रहे हैं। उक्त कार्यालय में वैसे तो के.आर.नारायणन जब उप राष्ट्रपति थे तब यहां आये थे। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह जब प्रधानमंत्री नहीं थे तब यहां आये थेे। कांग्रेस सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री रहते हुए अर्जुन सिंह भी यहां आये थे। अर्जुन सिंह इसी स्थल से उच्च शिक्षा मंें आरक्षण की घोषणा की थी।
ऐतिहासिक घोषणाओं का साक्षाी है अम्बेडकर महासभा
1. 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा उप्र. में पिछड़े वर्गों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा।
2. मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह द्वारा उच्च शिक्षा मंें दलितों व पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की घोषणा।
3. उप्रः में आरक्षण अधिनियम लागू करने की घोषणा।
4. मुलायम सिंह यादव द्वारा सचिवालय के तिलक हाल में डा. अम्बेडकर के तैलीय चित्र लगाने की घोषणा।
5. विधानसभा मार्ग का नाम डा. अम्बेडकर के नाम पर किया जाना।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पीएन.द्विवेदी