कविता

कविता : रिश्ते

एक ब्याह से
कितने रिश्ते
बना लेती है
स्त्रीयां
उसकी चाची
उसकी मामी
उसकी भाभी
उसकी ताई
और ना जाने
क्या क्या ।
बहू बनकर
जो सबके
ह्रदय घर
करले ती है
वास्तव में
क्यों ससुराल
उसका घर
नहीं होता ।