गीत/नवगीत

क्या लिखूं…..॥

6a00e54ece0ea2883301156f7f44d6970c-400wiप्यारा भारत वर्ष लिखूं

आजादी संघर्ष लिखूं

जाति धर्म में देश बंटा

कैसे मैं उत्कर्ष लिखूं ।।।

 

शोषण अत्याचार लिखूं

जीने का अधिकार लिखूं

आग धधकती है मन में

कैसे मैं श्रृंगार लिखूं ।।।

 

आंखों देखा हाल लिखूं

मानवता बेहाल लिखूं

कृषक मरें खलिहानों में

कैसे जग खुशहाल लिखूं ।।।

 

टूट रहे परिवार लिखूं

हर जन है अंगार लिखूं

नगर नगर वृद्धाश्रम हैं

कैसे शुभ संस्कार लिखूं ।।।

 

अंधकार पर जीत लिखूं

मनभावन संगीत लिखूं

सबको कुछ सिखलाए जो

ऐसा सुंदर गीत लिखूं।।।

 

ऊर्जा का संचार लिखूं

शांत सुखी संसार लिखूं

सभी धर्म सम्मानित हों

ऐसा मृदु व्यवहार लिखूं ।।।

 

स्त्री का सम्मान लिखूं

कन्या है अभिमान लिखूं

खिलता रूप प्रकृति का

कलियों की मुस्कान लिखूं ।।।

 

स्वच्छ नदी की धार लिखूं

बहती शुद्ध बयार लिखूं

कण कण रमतें हो ईश्वर

खुशियों का आधार लिखूं ।।

 

अंकिता

अंकिता कुलश्रेष्ठ

नाम:अंकिता कुलश्रेष्ठ पिता जी : श्री कामता प्रसाद कुलश्रेष्ठ माता जी: श्रीमती नीरेश कुलश्रेष्ठ शिक्षा : परास्नातक ( जैव प्रौद्योगिकी ) बी टी सी निवास स्थान : आगरा पता: ग्राम व पोस्ट सैयां तहसील खेरागढ़ जिला आगरा उत्तरप्रदेश

3 thoughts on “क्या लिखूं…..॥

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    अद्धभुत अभिव्यक्ति
    उम्दा रचना

    • अंकिता कुलश्रेष्ठ

      बहुत बहुत धन्यवाद जीजी?

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