कविता

कविता : विषैले खूख

तथाकथित कुछ नेता

उभरने लगे हैं आज

जैसे उग आते हैं

बरसाती मौसम में

घातक विषैले ‘खूख’

स्वतः ही l

 

टिकट की चाह में

कर रहे हैं अभिनय

दिन – प्रतिदिन

समाज सेवा, भाईचारे

और इंसानियत की आड़ में l

 

बटोरना चाहते हैं

लोकप्रियता

मात्र सस्ते हथकंडों से

गरीब बच्चों को पात्र बनाकर

भेंट कर कुछ कपडे

खींचे जाते हैं फोटो

और अगले दिन

बन जाते है सुर्खियाँ

समाचार पत्रों की l

 

महापुरषों की जयन्तियों पर

माल्यार्पण करते हुए

अथवा किसी समारोह के

मुख्य अतिथि बनाये जाने पर

वो समझते हैं

सौभाग्यशाली खुद को

ध्येय मात्र एक ही

ध्यानाकर्षण और समर्थन

उपस्थित

जनसमूह का l

 

समाजसेवक का मुखौटा ओढे

ये छल रहे हैं

अपने ही लोगों को

दे रहे है दगा

सामाजिक जागरण और

सद्भावना रैलियों के नाम पर l

 

भूल चुके है फर्क

नैतिक और अनैतिक के मध्य

अमादा है छीनने को हक़

यथार्थ में ही शोषितों का l

 

गुमराह, भ्रमित और कुंठाग्रस्त

एक भीड़

करती है उनका अनुसरण

समर्थित हैं वे

कुटिल बुधिजीवी वर्ग से भी

जो घोल रहे हैं जहर

समाज की नशों में l

 

बैकलॉग का लॉलीपॉप देकर

मोहपाश में बांधते

बेरोजगार युवाओं को

दिखा रहे हैं राह

स्वाभिमानहीन और पंगु

बन जाने की l

 

उम्मीद है कि जागेगा युवा

एक दिन

छोड़ कर संकीर्णताएं

टिकाएगा पावं मजबूती से

सत्य की उर्वरा भूमि पर

और रौंद डालेगा

ये विषैले ‘खूख’ l

कुकुरमुत्ता या कवक , जो बरसात के दिनों में नर्म भूमि पर उगता है l हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की स्थानीय बोली में इसे “खूख” कहा जाता है l
कुकुरमुत्ता या कवक , जो बरसात के दिनों में नर्म भूमि पर उगता है l हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की स्थानीय बोली में इसे “खूख” कहा जाता है l

 

*खूख : कुकुरमुत्ता या कवक , जो बरसात के दिनों में नर्म भूमि पर उगता है l हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की स्थानीय बोली में इसे “खूख” कहा जाता है l

-मनोज चौहान 

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मनोज चौहान

जन्म तिथि : 01 सितम्बर, 1979, कागजों में - 01 मई,1979 जन्म स्थान : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के अंतर्गत गाँव महादेव (सुंदर नगर) में किसान परिवार में जन्म l शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), पीजीडीएम इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी l सम्प्रति : एसजेवीएन लिमिटेड, शिमला (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : 20 मार्च, 2001 से (दैनिक भास्कर में प्रथम लेख प्रकाशित) l प्रकाशन: शब्द संयोजन(नेपाली पत्रिका), समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, मधुमती, आकंठ, बया, अट्टहास (हास्य- व्यंग्य पत्रिका), विपाशा, हिमप्रस्थ, गिरिराज, हिमभारती, शुभ तारिका, सुसंभाव्य, शैल- सूत्र, साहित्य गुंजन, सरोपमा, स्वाधीनता सन्देश, मृग मरीचिका, परिंदे, शब्द -मंच सहित कई प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में कविता, लघुकथा, फीचर, आलेख, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रकाशित पुस्तकें : 1) ‘पत्थर तोड़ती औरत’ - कविता संग्रह (सितम्बर, 2017) - अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद(ऊ.प्र.) l 2) लगभग दस साँझा संकलनों में कविता, लघुकथा, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रसारण : आकाशवाणी, शिमला (हि.प्र.) से कविताएं प्रसारित l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय – महादेव, तहसील - सुन्दर नगर, जिला - मंडी ( हिमाचल प्रदेश ), पिन - 175018 वर्तमान पता : सेट नंबर - 20, ब्लॉक नंबर- 4, एसजेवीएन कॉलोनी दत्तनगर, पोस्ट ऑफिस- दत्तनगर, तहसील - रामपुर बुशहर, जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश)-172001 मोबाइल – 9418036526, 9857616326 ई - मेल : [email protected] ब्लॉग : manojchauhan79.blogspot.com