कविता

कविता : महसूस

आज तुमसे बात करके ये महसूस हमें हुआ
पास होकर भी हमें दूरी का अहेसास हुआ

हुआ हमें महसूस की प्यार में दर्द क्या होता है
ग़ुरूर था हमें आपने प्यार पर आज टूट सा गया है

ग़लती क्या हुई हमसे जो ये सज़ा दी आपने
अपना बनाकर पराया कर दिया यू आपने

रिश्ते इतने कमज़ोर होते है इस आभासी दुनिया के
ख़ून के रिश्ते से ज़्यादा गहरे समज बैठे थे हम ने

तु – मैं से हम बने पर आज हम से तू तू मैं मैं हुए
कई सालों का रिश्ता पल में पराया सा होगया

..राज मालपानी

राज मालपाणी ’राज’

नाम : राज मालपाणी जन्म : २५ / ०५ / १९७३ वृत्ति : व्यवसाय (टेक्स्टायल) मूल निवास : जोधपुर (राजस्थान) वर्तमान निवास : मालपाणी हाउस जैलाल स्ट्रीट,५-१-७३,शोरापुर-५८५२२४ यादगिरी ज़िल्हा ( कर्नाटक ) रूचि : पढ़ना, लिखना, गाने सुनना ईमेल : [email protected] मोबाइल : 8792 143 143