गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल : आप को प्यार से सजा देंगे

आप को प्यार से सजा देंगे
दूरियाँ बीच की मिटा देंगे

हम पुजारी हैं,अपने मन्दिर का
देवता अब तुम्हें बना देंगे

किस तरह जी रहे हैं दुनियाँ में
जख़्म दिल के सभी बता देंगे

इस कदर बह गये हैं रस्ते में
अश्क अब घर का खुद पता देंगे

सत्य क्या है ,तभी वो मानेगा
आइना जब उसे दिखा देंगे

जिन्दगी मान ले कहा मेरा
मौत को आज हम हरा देंगे

क्या करेगा ‘प्रणय’ जमाने का
तेरे अपने तुझे भुला देंगे

— लव कुमार ‘प्रणय’

अलीगढ़

लव कुमार 'प्रणय'

नाम-- लव कुमार 'प्रणय' पता --के-17, ज्ञान सरोवर कॉलोनी अलीगढ़ (उ.प्र ) मो.09690042900 माता का नाम- स्व .श्रीमती बसन्ती देवी पिता का नाम - स्व.श्री रतन लाल अग्रवाल जन्म स्थान -चन्दौसी ,जिला- सम्भल ,(उ. प्र) जन्म तिथि - 28 जून ,1950 शिक्षा - बी. एस. सी, एम ए, (अर्थशास्त्र)बी .एड. सम्प्रति - ओरियण्टल बैंक आप कामर्स से सेवानिवृत्त प्रकाशित कृति - लय और लहरें (गीत- गजल संकलन)1987 अनेक सह संकलनों में रचनायें संकलित प्रमुख पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित एवं आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों से प्रसारित 'शिखर श्री' सम्मान एवम् 'गीतिकाश्री' सम्मान से सम्मानित 'संकल्प के स्वर'-काव्य संकलन (सम्पादित कृति)

One thought on “ग़ज़ल : आप को प्यार से सजा देंगे

  • विजय कुमार सिंघल

    वाह वाह !

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