कविता

मेरे आने का इंतजार क्या तुम्हे

मेरे आने का इंतजार क्या तुम्हे है
मेरे बिन तुम्हारा हर पल क्या सावन है
मै तो हर पल तेरे यादों मे खोयी रहती
क्या तुम्हे इसका राज मालूम हैं
मानो मन ऐसा व्याकूल होता
जैसे चॉद को पाने के लिये चकोर होता
बस एक झलक तेरा पा जाऊँ
अपने मन को शान्ति दिला पाऊँ
तेरे साथ कुछ पल बिता कर
खुशियों की बौछारे उडा दूँ
भूल न सको तुम हमे कभी
बस मैं ऐसा यादें छोड जाऊँ |

      निवेदिता चतुर्वेदी

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४