कविता

कविता : चिठ्ठियाँ

दूर सियाचिन के ग्लेशियरों से
जब भी आती थी
फौजी दोस्त की चिठ्ठियाँ
मीलों के फासलों के दरम्याँ भी
ख़त पढ़ते ही लगता था
आया हूँ उसी क्षण
उससे मिलकर l
शून्य से नीचे के तापमान में
शब्द कभी जम नहीं पाए
वो पाते रहे आकार
अहसास और भावनाओं के ताप से
आज भी संजोये हुआ हूँ
वो पुरानी चिठ्ठियाँ
धुंधले पड़ गए है शब्द
नर्म पड़ चुके
और गले हुए कागज़
बचाए हुए हैं अपना वजूद
जैसे – तैसे l
दोस्त अब हो गया है
सेवा निवृत्त
पुनः मुस्तैद है
जीवन के एक और मोर्चे पर
परिवार से दूर बिताए वक्त की
भरपाई आवश्यक है
मैंने भी लांघी हैं
घर की दहलीज
रोजी के जुगाड़ में
अब बोलबाला है इन्टरनेट
एवं सूचना क्रान्ति का
व्हाट्स एप्प और फेसबुक की
आभासी दुनिया में
बेशक मित्रों की लंबी कतारें हैं
नदारद है मगर
अपनापन और संवेदनाएं
आत्मीयता खो चुकी है अर्थ !
अब मैं भी
नहीं लिख पाता चिठ्ठियाँ
इन्तजार डाकिये का भी
नहीं रहता अब
मगर चिठ्ठियों के
उस दौर की
टीस उठती है
आज भी जेहन में
जिसे लील गए हैं
विज्ञान के ये आधुनिक
मगर
संवेदनहीन दूत

मनोज चौहान

मनोज चौहान

जन्म तिथि : 01 सितम्बर, 1979, कागजों में - 01 मई,1979 जन्म स्थान : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के अंतर्गत गाँव महादेव (सुंदर नगर) में किसान परिवार में जन्म l शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), पीजीडीएम इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी l सम्प्रति : एसजेवीएन लिमिटेड, शिमला (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : 20 मार्च, 2001 से (दैनिक भास्कर में प्रथम लेख प्रकाशित) l प्रकाशन: शब्द संयोजन(नेपाली पत्रिका), समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, मधुमती, आकंठ, बया, अट्टहास (हास्य- व्यंग्य पत्रिका), विपाशा, हिमप्रस्थ, गिरिराज, हिमभारती, शुभ तारिका, सुसंभाव्य, शैल- सूत्र, साहित्य गुंजन, सरोपमा, स्वाधीनता सन्देश, मृग मरीचिका, परिंदे, शब्द -मंच सहित कई प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में कविता, लघुकथा, फीचर, आलेख, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रकाशित पुस्तकें : 1) ‘पत्थर तोड़ती औरत’ - कविता संग्रह (सितम्बर, 2017) - अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद(ऊ.प्र.) l 2) लगभग दस साँझा संकलनों में कविता, लघुकथा, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रसारण : आकाशवाणी, शिमला (हि.प्र.) से कविताएं प्रसारित l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय – महादेव, तहसील - सुन्दर नगर, जिला - मंडी ( हिमाचल प्रदेश ), पिन - 175018 वर्तमान पता : सेट नंबर - 20, ब्लॉक नंबर- 4, एसजेवीएन कॉलोनी दत्तनगर, पोस्ट ऑफिस- दत्तनगर, तहसील - रामपुर बुशहर, जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश)-172001 मोबाइल – 9418036526, 9857616326 ई - मेल : [email protected] ब्लॉग : manojchauhan79.blogspot.com

2 thoughts on “कविता : चिठ्ठियाँ

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    सुन्दर कविता .

    • मनोज चौहान

      आभार सर ….!

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