तो कोई गम न होता
वो ख़फ़ा नहीं है हमसे
होते तो कोई गम न था
वो बेवफा नहीं हमसे
होते तो कोई गम न था
वो बेरुखी न थी उनकी
होती तो कोई गम न था
वो बेदिली न थी उनकी
होती तो कोई गम न था
वो दूर न थे कभी हमसे
होते तो कोई गम न था
आज ये कहा तो क्यों कहा
न कहते तो कोई गम न था…
वाह !