उपन्यास अंश

अधूरी कहानी : अध्याय-44 : ब्लेक कैट

डिटेक्टीव समीर अपनी टीम के साथ वीरू तेजा के फ्लैट के पास पहुँच गये थे समीर ने अपनी गाड़ी रोकी और इधर-उधर कोई ऐसी जगह ढूंढने लगा जहां से वह वीरू तेजा के फ्लैट पर नजर रख सके उसे पास के ही करीब दो-ढाई सौ मीटर पर एक बिलिंडग दिखी वह उस बिलिंडग में चले गया और उसने वहाँ के सेकेण्ड फ्लोर पर से देखा तो उसे लगा की वह वहां से उस पर अच्छी तरह नजर रख सकता है तब उसने उस फ्लैट के मालिक से इस बारे में बात की और उसे राजी कर लिया तब तक सूरज और माधव भी रणवीर को लेकर पहुँच गये थे।
समीर ने सभी लोगो को मोबाइल काॅल के जरिए काॅन्फ्रेंस में सबको कनेक्ट किया और सबके मोबाइल ब्लूटूथ से जुड़े थे जो सबके कान में लगा था अब समीर वीरू तेजा के फ्लैट के चारो तरफ अपने अपने दो-दो आदमी बिना पुलिस युनिफार्म के इतनी दूर लगा दिये ताकी किसी को भी सक न हो कि ये लोग वीरू तेजा के फ्लैट पर नजर रख रहे है और कुछ गढ़बढ़ होने पर वह जल्दी से टारगेट प्वांइट पर पहुँच जाये ।
अब समीर सूरज, माधव और रणवीर के साथ वीरू तेजा के फ्लैट में अंदर चले गये पर वीरू तेजा को अभी भी प्लान के बारे में नहीं पता था जब समीर ने उसे बताया तब वह बहुत खबरा गया पर समीर ने उसे सान्त्वना देते हुये कहा कि हम तुम्हें कुछ नहीं होने देंगे और उसे साइड में बिठा दिया और ये लोग रणवीर की सहायता से कैमरे लगाने लग गये ।
रात के करीब साढ़े नौ बज गये थे अब तक पूरे फ्लैट में कैमरे लग गये थे फिर वे लोग फ्लैट से बाहर आ गये और वीरू तेजा को बाहर न निकलने को कहा और उसे यकीन दिलाया की वे लोग लगातार उसपे नजर रखेंगे और कातिल के अंदर आते ही वह आ जायेगे और कातिल को पकड़ लेंगे समीर ने जहां अपने आदमी तैनात किये थे वहाँ भी एक-एक कैमरा लगवा दिया और फिर उस फ्लैट पर पहुँच गया जहाँ से वीरू तेजा के फ्लैट पर बाहर से भी नजर रख सके और वहीं रणवीर ने सारे कैमरो की गतिविधियों की लैपटाॅप में सैट किया दिया रात के करीब साढ़े ग्यारह बज चुके थे और ये लोग स्क्रीन पर कैमरो के जरिए वीरू तेजा के फ्लैट पर नजर रखे हुये थे पर समीर वहीं से वीरू तेजा के फ्लैट के बारह नजर डाल रहा था तभी पीछे से आवाज आयी समीर ने पीछे मुड़कर देखा तो वह उस फ्लैट का मालिक और वह काॅफी लाया था तब समीर ने काॅफी ली और उससे बाते करने लगा समीर ने उससे वीरू तेजा के बारे में पूछा तब वह बोला सर मैं तो यहां कम ही रहता हूं यहां बस सोने आता हूं क्योंकि मेरा काम ही ऐसा है कि समय ज्यादा लगता है पर मैने पड़ोसियों को बात करते सुना है कि ये आदमी अच्छा नहीं है और इस पर केस भी चल रहे हैं और कई बार मैने भी इसे रात को नसे में धुत आते देखा है और लड़की के साथ पर हर बार लड़की अलग होती थी।फिर समीर बोला चलो ठीक है आप सो जाओ हमें तो जागना ही है क्योंकि हमारा तो काम ही यही है।और फिर वह आदमी समीर को गुड नाइट बोलकर चले गया।
अब रात का करीब एक बज चुका था माधव व रणवीर भी सुस्ताते लगे थे सूरज की नजर लगातार लैपटाॅप की स्क्रीन पर थी पर समीर इधर-उधर टहल रहा था।तभी अचानक सूरज को स्क्रीन पर एक काली बिल्ली दिखी जो वीरू तेजा के फ्लैट के अंदर थी उसने तुरंत समीर को दिखाया तभी रणवीर नींद में बोला क्या सर आपने मुझे बिल्लियो पर नजर रखने के लिये बुलाया तभी समीर बोला मैने इस बिल्ली को कही देखा है सर सारी बिल्लियां एक जैसी ही होती है ऐसे तो मैने हजारों बिल्लियों को देखा है तब सूरज बोला सर मैने भी इस बिल्ली को कहीं देखा है पर याद नहीं आ रहा है सर देखिये इसके गले में कुछ अजीब चीज है और फिर अचानक उनका संपर्क कैमरेसे टूट गया समीर तुरंत उठकर वीरू तेजा के फ्लैट की तरफ दौड़ा और सूरज भी समीर के साथ गया वे सीधे वीरू तेजा के बैडरूम में गये पर वहा का नजारा ही कुछ अलग था वीरू तेजा का गला कटा हुआ था और उसका शरीर खून से लथपथ था समीर की पूरी टीम ने दू-दूर तक देखा पर कातिल का कही पता नहीं था पर एक मरी हुई काली बिल्ली बिजली के तार में फंसी हुई थी तब समीर बोला इसका यहां फंसने से बिजली चली गई और हमारा कैमरे से संपर्क टूट गया कातिल ने इसी का फायदा उठाया होगा।

दयाल कुशवाह

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