मैया हम हैं सहारे तेरे
मैया हम हैं सहारे तेरे
आये हैं द्वारे तेरे
कब से नवाए हैं शीश रे
मैया जी भर के दे दे तू आशीष रे
मैया जी भर के …………..। ।
बड़ा ही निर्मल है मैया ये तेरा मेरा नाता
तेरा मेरा नाता
बीन तेरे माँ कुछ भी मुझको नजर नहीं है आता
नजर नहीं है आता
मैया सुन ले तू विनती मेरी
कर ले तू गिनती मेरी
कर दे तू दुःख सारे दूर रे
मैया जी भर के ………………।।
कोटि सूर्य सा तेज है मुख पे मंद मंद मुस्काए
माँ मंद मंद मुस्काए
खड्ग तीर तिरसुल हैं देखो माँ के हाथ सुहाए
हाँ माँ के हाथ सुहाए
मैया दुष्टों का नाश है करती
भक्तों के दुःख को हरती
तेरे ही गुण गायें लोग रे
मैया जी भरके ……………………।।
बिन मांगे तू सब है देती मैं तुझपे बलिहारी
माँ मैं तुझपे बलिहारी
फिर भी मन है नहीं भरा मैं आया बन के भिखारी
माँ आया बन के भिखारी
मैया किरपा तू कर दे मुझ पे
आया हूँ तेरे दर पे
बिगड़ी मेरी तू ही संवार रे
मैया जी भरके दे दे …………..। ।
अन्धकार में है दुनिया माँ कर दे तू उजियारा
माँ कर दे तू उजियारा
बहे ज्ञान की गंगा मैया दूर हटे तम सारा
माँ दूर हटे तम सारा
मैया जग से नफ़रत को हटा दे
प्रेम की जोत जला दे
रोशन हो जाये ये जहान रे
मैया जी भर के दे दे तू आशीष रे ।
तर्ज : मैया तू है जगदम्बे काली ……….
राज कुमार भाई , भजन अती सुन्दर लगा .
आदरणीय भाईजी ! सार्थक प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद ।
आदरणीय भाईजी ! सार्थक प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद ।
प्रिय राजकुमार भाई जी, जय माता दी, भजन बहुत सुंदर लगा. एक नायाब और सार्थक रचना के लिए आभार.
श्रद्धेय बहनजी ! आपकी ही लिखी प्रतिक्रिया “मैया हमको तेरा बड़ा सहारा है ‘ तेरा सुन्दर रूप निराला है ” से यह भजन लिखने की प्रेरणा मिली । भजन आपको अच्छा लगा यह जान कर मन अति हर्षित हुआ । सार्थक व उत्साहजनक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।
प्रिय राजकुमार भाई जी, मैय्या की कृपा से हम धन्य हुए. एक सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.
श्रद्धेय बहनजी ! आपकी कृपा से माताजी के भजन लिखकर हम भी धन्य हुए । सटीक व प्रेरक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।
श्रद्धेय बहनजी ! आपकी ही लिखी प्रतिक्रिया “मैया हमको तेरा बड़ा सहारा है ‘ तेरा सुन्दर रूप निराला है ” से यह भजन लिखने की प्रेरणा मिली । भजन आपको अच्छा लगा यह जान कर मन अति हर्षित हुआ । सार्थक व उत्साहजनक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।