न मारो बेटियों को
न मारो बेटियों को
न मारो बेटियों को ‘
उन्हें पैदा होने दो
न जाने कौनसी बेटी का
जग में नाम हो जाये ।
न जाने कौन बेटी ‘
बन के उड़े कल्पना चावला
न जाने कौन बेटी
‘ इंदिरा सा काम कर जाए ।।
साक्षी सिन्धु साइना
हो या हो सानिया
इन बेटियों ने खेल में
इतिहास रच दिया
रानी लक्ष्मीबाई या
अहिल्या होलकर
सावित्री फुले सा अच्छा
कोई काम कर जाए ।।
न मारो बेटियों को
उन्हें पैदा होने दो
न जाने कौन सी बेटी का
जग में नाम हो जाये ।।
मेरिकोम ललिता दीपा
जगमगाए दीप सा
नाम इनका इतना लो
कि आम हो जाए ।।
लता आशा अलका
भी हैं गुणी बेटियाँ
सम्मान भरी जिंदगी
की शाम हो जाये ।
सीता के बिना राम आधे
राधे बिना श्याम
लैला के बिना मजनूं का
न नाम हो पाये ।।
बेटी नहीं रही तो
भला कैसे रहोगे
भाभी बहन माँ
ताई चाची किसको कहोगे ।
कुदरत की दी अनमोल
हैं सौगात बेटियाँ
बेटी बचाओ और बढाओ
कहते रहोगे ।।
निर्भय हँसे खिलें घूमें
हमारी बेटियाँ
बस ऐसा सुन्दर ये जहाँ
तमाम हो जाये ।।
न मारो बेटियों को
उन्हें पैदा होने दो
न जाने कौन सी बेटी का
जग में नाम हो जाये ।।
राजकुमार भाई , जागरूपता के लिए उच्च रचना . हमारे देश में यह सब हो क्यों रहा है, इस बात को हम नज़रंदाज़ कर देते हैं . इस का एक ही कारण है और वोह है दान दहेज़ और ऊपर से सुसराल में दुःख झेलना जो कोई माँ बाप नहीं देखना चाहता .जब तक बगैर धूम धाम और तीन कपड़ों में बेटी की शादी नहीं होगी, यह बेतीआं इसी तरह दुःख उठाती रहेंगी .
जी भाईसाहब ! आपने बिलकुल सही कहा है । समाज की इन बुराइयों का शिकार बेटियों के रूप में माँ बाप को होना पड़ता है । और इसीसे बचने के लिए और कभी कभी झूठी शान में भी बेटियों को मार डाला जाता है । त्वरित और उत्साहजनक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।
जी भाईसाहब ! आपने बिलकुल सही कहा है । समाज की इन बुराइयों का शिकार बेटियों के रूप में माँ बाप को होना पड़ता है । और इसीसे बचने के लिए और कभी कभी झूठी शान में भी बेटियों को मार डाला जाता है । त्वरित और उत्साहजनक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।
कुदरत की दी अनमोलहैं सौगात बेटियाँ, वाकई मे सौगात ही होती हैं बेटियां ……….. अत्यंत सुन्दर रचना के लिए बधाई
जी श्रीमान जी ! वाकई ये बेटियाँ अनमोल सौगात हैं । इनके बिना तो जीवन की कल्पना भी मुमकिन नहीं है । त्वरित सार्थक व उत्साहवर्धक प्रतिकिया के लिए ह्रदय से धन्यवाद ।
प्रिय राजकुमार भाई जी, बहुत खूब. बेटियों के महत्त्व को बताती बहुत ही सुंदर कविता.
”न जाने कौन सी बेटी का
जग में नाम हो जाये.”
राजकुमार भाई, ऐसे ही लिखते जाइए, आगे बढ़ते जाइए. एक सटीक व सार्थक रचना के लिए आभार.
प्रिय राजकुमार भाई जी, बहुत खूब. बेटियों के महत्त्व को बताती बहुत ही सुंदर कविता.
”न जाने कौन सी बेटी का
जग में नाम हो जाये.”
राजकुमार भाई, ऐसे ही लिखते जाइए, आगे बढ़ते जाइए. एक सटीक व सार्थक रचना के लिए आभार.
श्रद्धेय बहनजी ! कन्या भ्रूण हत्या से लोग वाकिफ हैं ।इन महान बेटियों के पालकों ने भी यदि ऐसा ही किया होता तो हम किस पर गर्व करते ? त्वरित सार्थक और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद ।