पुत्र ! वादा करो
माँ !
अब तो बेटे पर तरस खाओ
उसे इतना मत डराओ ।
नादान पुत्र है
कर दिया होगा नादानी
तुम तो माँ हो
क्यों कर रही हो अब मनमानी ।
रह-रह कर लेती हो अंगराई
सपने हो जा रही धराशायी
कितनों की जिंदगी पर
आफत बन आयी ।
पुत्र !
मैं तुम्हे बस करा रही हूँ एहसास
अब मान जाओ
प्रकृति की राह में रोड़ा मत अटकाओ
पुत्र ! वादा करो
प्रकृति का नियम न भूलाओगे
गुलाम बनाने की हठ न पालोगे
अब माँ को कभी न रुलाओगे ।
बढ़िया प्रयास !
आभार
दिल से शुक्रिया
बढ़िया प्रयास !
आभार आपका