कविता

हे राम! मुझे शक्ति दो

हे राम! मुझे शक्ति दो
मन मे नि:स्वार्थ भक्ति दो
जीने की एक युक्ति दो
झूठे बन्धनो से मुक्ति दो

अपने चरणों का ध्यान दो
सुख समृद्धि का वरदान दो
अधरों पर सदा मुस्कान दो
सुमति दो व सुज्ञान दो

जीवन मे सदा बहार दो
प्रेम की शीतल फुहार दो
मन मे पवित्र विचार दो
जिव्हा पे अपना आभार दो

भक्ति का संचार कर दो
दौलतों से झोली भर दो
अपने आदेशों का डर दो
मुक्ति तक पहुंचाए पर दो

भीलनी का निर्मल मन दो
प्रहलाद सम भक्ति पावन दो
मीरा सा पूर्ण समर्पण दो
‘अर्जुन’ को नव जीवन दो

अर्जुन सिंह नेगी

नाम : अर्जुन सिंह नेगी पिता का नाम – श्री प्रताप सिंह नेगी जन्म तिथि : 25 मार्च 1987 शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (सिविल इंजीनियरिंग), ग्रामीण विकास मे स्नातकोत्तर डिप्लोमा। पेशा : एसजेवीएन लिमिटेड (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में सहायक प्रबन्धक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : सितम्बर, 2007 से (हिमप्रस्थ में प्रथम कविता प्रकाशित) l प्रकाशन का विवरण (समाचार पत्र व पत्रिकाएँ): दिव्य हिमाचल (समाचार पत्र), फोकस हिमाचल साप्ताहिक (मंडी,हि.प्र.), हिमाचल दस्तक (समाचार पत्र ), गिरिराज साप्ताहिक(शिमला), हिमप्रस्थ(शिमला), प्रगतिशील साहित्य (दिल्ली), एक नज़र (दिल्ली), एसजेवीएन(शिमला) की गृह राजभाषा पत्रिका “हिम शक्ति” जय विजय (दिल्ली), ककसाड, सुसंभाव्य, सृजन सरिता व स्थानीय पत्र- पत्रिकाओ मे समय- समय पर प्रकाशन, 5 साँझा काव्य संग्रह प्रकशित, वर्ष 2019 में अंतिका प्रकाशन दिल्ली से कविता संग्रह "मुझे उड़ना है" प्रकाशितl विधाएँ : कविता , लघुकथा , आलेख आदि प्रसारण : कवि सम्मेलनों में भागीदारी l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय –नारायण निवास, कटगाँव तहसील – निचार, जिला – किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) पिन – 172118 वर्तमान पता : निगमित सतर्कता विभाग , एसजेवीएन लिमिटेड, शक्ति सदन, शनान, शिमला , जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश) -171006 मोबाइल – 09418033874 ई - मेल :[email protected]

4 thoughts on “हे राम! मुझे शक्ति दो

  • अर्जुन सिंह नेगी

    धन्यवाद जी

  • नीतू शर्मा

    बहुत खूब,अतिउत्तम अभिलाषा

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    मन मुराद पूरी हो
    सार्थक लेखन

  • राजकुमार कांदु

    बढ़िया रचना ! राम आपके साथ सभी की अभिलाषा पूरी करें ।

Comments are closed.