हे राम! मुझे शक्ति दो
हे राम! मुझे शक्ति दो
मन मे नि:स्वार्थ भक्ति दो
जीने की एक युक्ति दो
झूठे बन्धनो से मुक्ति दो
अपने चरणों का ध्यान दो
सुख समृद्धि का वरदान दो
अधरों पर सदा मुस्कान दो
सुमति दो व सुज्ञान दो
जीवन मे सदा बहार दो
प्रेम की शीतल फुहार दो
मन मे पवित्र विचार दो
जिव्हा पे अपना आभार दो
भक्ति का संचार कर दो
दौलतों से झोली भर दो
अपने आदेशों का डर दो
मुक्ति तक पहुंचाए पर दो
भीलनी का निर्मल मन दो
प्रहलाद सम भक्ति पावन दो
मीरा सा पूर्ण समर्पण दो
‘अर्जुन’ को नव जीवन दो
धन्यवाद जी
बहुत खूब,अतिउत्तम अभिलाषा
मन मुराद पूरी हो
सार्थक लेखन
बढ़िया रचना ! राम आपके साथ सभी की अभिलाषा पूरी करें ।