वर दे, वर दे, वर दे…..
(सरस्वती वन्दना)
वर दे, वर दे, वर दे……
हे वीणाधारिणी वर दे.
हे हंसवाहिनी वर दे .
हे निर्मल बुद्धि प्रदायिनी,
सद्बुद्धि सभी को प्रखर दे.
वर दे, वर दे, वर दे…..
हे चतुर्भुजा इक मुख ,
हाथों में वीणा वेद लिए माँँ .
हे सरस्वती, हे आदिशक्ति,
तुम रूप अनेक लिए माँँ.
हे वीणावादिनी वर दे.
हे मयूर वाहिनी वर दे.
हे वाणी विद्यादायिनी,
विद्या का सभी को शिखर दे.
वर दे, वर दे, वर दे…..
स्तुति करें साहित्य-कला-
संगीत में सबको स्वर दे .
हे प्रगति श्रेय वागीशा,
बुद्धि-वर्चस् सभी में भर दे.
हे ज्ञानदायिनी वर दे.
हे उत्कर्षदायिनी वर दे.
हेे उज्ज्वला वागीश्वरी,
वाक्पटुता सभी को मुखर दे.
वर दे, वर दे, वर दे….