कविता-बहुत हो गया….
बहुत हो गया……
लाल बिहारी लाल
बहुत हो गया कहा सुनी,
अब तो दो -दो हाथ करो।
माने नहीं बात अगर तो,
पी.ओ.के पर लात धरो।।
कहे लाल सठियाना छोड़ो,
अब तो आगे बढ़ जाओ।
रोज-रोज के झंझट से तो,
एक बार अब लड़ आओ।।
सीना छप्पन का दिखला दो,
अब उनकी औकात बता दो।
इंदिरा का इतिहास दुहरा दो,
तिरंगा इस्लामाबाद फहरा दो।।
लाल बिहारी लाल
सचिव –लाल काल मंच,
नई दिल्ली