दोहा मुक्तक
शीर्षक मुक्तक , अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान शब्द
आन बान अरु शान पर, बना रहे अभिमान
अहंकार जिसने किया, उसका मर्दन मान
दंभ भर रहा पातकी, बेबुनियादी पाक
मद घमंड में चूर है, बचे न नाम निशान॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी