गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

सच कहती अफसाना हूँ
खुद में एक जमाना  हूँ
रोम-रोम पुलकित  होगा
गा तू खुलकर गाना  हूँ
जो मेरी सांसों में है
उसके  लिए  बेगाना हूँ
आज निगेहबानी में हूँ
कल के लिए निशाना हूँ
फिर राजा कहलाऊंगा
अंधों  में  मैं  काना  हूँ

— मंजुला उपाध्याय ‘मंजुल’

मंजुला उपाध्याय 'मंजुल'

जन्म तिथि 16 जुलाई 1962, गृहिणी, स्वतंत्र लेखन. पता- सम्राट चौक पू्र्णियाँ -854301 (बिहार) मो. 09431865979