लो छींक आ गयी
कुछ परंपराओं
को
आज भी माना जाता है
भाग्योदय का समय भी
टाला जाता है
छींक आई
गोली मत चलाओ
गोली मत खाओ
रोटियां मत खाओ
स्कूल मत जाओ
छींक आई
सगाई बिदाई भांवर
रोक दो
क्यों
समय और छींक का समझौता है
दो पल ठहर जा राही
आगे और भी खतरा है!