नेता जी
नेता जी
अपने मंच को
खुद
सजाते है
पाल पर्दे दर्री
और माईक जमाते
है क्योंकि
कार्यकर्ताओं पर
अब
विश्वास नहीं रहा है
एक धोखा खा
गये और धोखा खा सकते नहीं
अनिल कुमार सोनी
नेता जी
अपने मंच को
खुद
सजाते है
पाल पर्दे दर्री
और माईक जमाते
है क्योंकि
कार्यकर्ताओं पर
अब
विश्वास नहीं रहा है
एक धोखा खा
गये और धोखा खा सकते नहीं
अनिल कुमार सोनी