आंसू
विदाई के गीत
अपने ही गाते है
गीतों को सुन पराये
अपने हो जाते है
भावनाओं से विदा करना
भावना भी तुम्हारी है
भाव भरे ह्रदय में
आत्मा भी तुम्हारी है
आंसूओं का क्या
कभी भी ढड़क आते है
विदाई के आंसू
आंसू ही कहलाते है
— अनिल कुमार सोनी
विदाई के गीत
अपने ही गाते है
गीतों को सुन पराये
अपने हो जाते है
भावनाओं से विदा करना
भावना भी तुम्हारी है
भाव भरे ह्रदय में
आत्मा भी तुम्हारी है
आंसूओं का क्या
कभी भी ढड़क आते है
विदाई के आंसू
आंसू ही कहलाते है
— अनिल कुमार सोनी