कविता

विश्व गुरू भारत

विश्व गुरू

भारत का शत् शत्

अभिनंदन है

कण कण

जिसका शंकर है

चंदन है वंदन है

वेद पुराण ज्ञान के

सागर

जन  जन को जगत में

देता

ज्ञान प्रकाश

विश्व गुरू

भारत का

कोटी कोटी

अभिनंदन है

अनिल कुमार सोनी

 

अनिल कुमार सोनी

जन्मतिथि :01.07.1960 शहर/गाँव:पाटन जबलपुर शिक्षा :बी. काम, पत्रकारिता में डिप्लोमा लगभग 25 वर्षों से अब तक अखबारों में संवाददाता रहा एवं गद्य कविताओं की रचना की अप्रकाशित कविता संग्रह "क्या तुम समय तो नहीं गवां रहे हो "एवं "मधुवाला" है। शौक :हिंदी सेवा सम्प्रति :टाइपिंग सेंटर संचालक