नज़र
मुद्रा पर उनकी नज़र
बांई ओर से
देश की तरफ
गांधी की आंधी थी
अब
उनकी नज़र
दाहिनी ओर है
समझो
महा आंधी है
ज्वार है
भाटा है
सुनामी है
कंप है
भूकंप है।
मुद्रा पर उनकी नज़र
बांई ओर से
देश की तरफ
गांधी की आंधी थी
अब
उनकी नज़र
दाहिनी ओर है
समझो
महा आंधी है
ज्वार है
भाटा है
सुनामी है
कंप है
भूकंप है।