क्षणिका

क्षणिका

चाँद पर पग धरने वाले मानव
एक कतरा उसकी चाँदनी का
मुट्ठी में कैद करके दिखला दे
मिट जाएगा तेरा भी ये वहम कि
तू प्रकृति से जीत गया है …
धरती पर पाँव जमाना सीख गया है …

शशि बंसल

शशि बंसल

पद - हिन्दी व्याख्याता शिक्षा - बी एस सी , एम ए ( हिन्दी , समाज शास्त्र ), बी एड रूचि - पढ़ना , लिखना , पुराना संगीत सुनना । पति - राजेश बंसल व्यवसाय - ओनर ऑफ़ दवा कंपनी बेटा - एक ( अध्यनरत ) पता - j -61, गोकुलधाम , सेंट्रल जेल के सामने mims रोड , करोंद बायपास, बढ़वाई भोपाल - 462038 मो. - 7697045571