क्षणिका
चाँद पर पग धरने वाले मानव
एक कतरा उसकी चाँदनी का
मुट्ठी में कैद करके दिखला दे
मिट जाएगा तेरा भी ये वहम कि
तू प्रकृति से जीत गया है …
धरती पर पाँव जमाना सीख गया है …
— शशि बंसल
चाँद पर पग धरने वाले मानव
एक कतरा उसकी चाँदनी का
मुट्ठी में कैद करके दिखला दे
मिट जाएगा तेरा भी ये वहम कि
तू प्रकृति से जीत गया है …
धरती पर पाँव जमाना सीख गया है …
— शशि बंसल