अब हम कैशलेस बन जाएं
अब हम कैशलेस बन जाएं
अपनी चाहतों पे आओ थोड़ा विराम लगाएं
चलो हम-तुम अब कैशलेस बन जाएं ।
जरूरतों को जो पूरा करना है
चांद सी दुल्हन को साजन के लिए संवरना है ।
पैट्रोल-डीजल जो अब टंकी में भरना है
चाय की चुस्की संग अखबार जो पढ़ना है ।
सभी भुगतानों में नगदी का झमेला ही हटाएं
चलो हम-तुम अब कैशलेस बन जाएं ।
जो फसलों के लिए बीज लेना है
बीमा के लिए धन देना है ।
आओ कार्ड से ही अब जरूरी बिल चुकाएं
चलो हम-तुम अब कैशलेस बन जाएं ।
सफर के लिए अब ओनलाइन से ही टिकट बनाएं
बिन नगदी के भुगतान से जंगल-पेड़ बचाएं
सरकारी बाबुओं के चढ़ावों पे भी ग्रहण लगाएं
चलो हम-तुम अब कैशलेस बन जाएं ।
कालाधन का खेल अब जड़ से खतम करना है
देश को प्रगति के पथ पे ले चलना है ।
हमसब मिलकर चलो ‘उनका’ साथ निभाएं
‘मुकेश’ चलो अब हम भी कैशलेस बन जाएं ।
मुकेश सिंह
सिलापथार,असम